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क्रूड और निर्वात आसवन यूनिटें:

 

मेसर्स इंजीनियर्स इंडिया लि. द्वारा बनाई गईं वायुमंडलीय, निर्वात आसवन यूनिटें और नैफ़्ता विपट्टक यूनिट, ताप एकीकृत यूनिटें हैं जिनमें पिंच प्रौद्योगिकी का उपयोग किया गया है ताकि अधिक ऊर्जा दक्षता हासिल की जा सके जिसके चलते ईंधन तेल की खपत कम होने के साथ-साथ वायु उत्स र्जन में कमी आए।

हाइड्रोक्रैकर यूनिटें:-

 

हाइड्रोक्रैकर यूनिटों में उच्चज गुणवत्तां वाले गंधक मुक्तम डीज़ल और एटीफ का उत्पाादन किया जाता है। यह संयंत्र, निम्न मूल्या के निर्वात गैस तेलों का हल्केी, कम गंधक युक्तर कीमती उत्पाादों का 100 प्रतिशत रूपांतरण करने के लिए बनाया गया है।

सोकर विस्ब्रेकर (टेक्नॉेलजी शेल्लल/एबीबी लुम्मलस, हॉलैंड):

 

भारी निर्वात अवशिष्टि का गैस, नैफ़्ता और गैस तेल में उन्नपतीकरण करने की खातिर एबीबी लुम्मूस, हॉलेंड के लाइसेंस के अधीन शेल्लि सोकर विस्ब्रेकर प्रौद्योगिकी अपनाई गई है। यह भारत की ऐसी यूनिट है जिसमें निर्वात फ्लैश स्तंकभ के जरिए निर्वात गैस तेल का उत्पाेदन किया जाता है, जिसका हाइड्रोक्रैकर यूनिट के लिए फ़ीड स्टॉफक के लिए संपूरक के रूप में और अल्पउ अवशिष्ट् के लिए अधिक मूल्यर हासिल करने के लिए इस्तेामाल किया जाता है।

प्लैटफ़ॉर्मिंग यूनिटें ( प्रौद्योगिकी यूओपी, यूएसए):

 

एक अत्याधुनिक यूनिट होने के नाते लगातार उत्प्रेोरक का पुनर्जनन करने वाली प्लैटफ़ॉर्मिंग यूनिट में सीसा मुक्ता, अधिक ऑक्टेान युक्तक मोटर स्पिरिट (पेट्रोल) का उत्पारदन किया जाता है। एक उप उत्पाीद के रूप में उत्पाादित हाइड्रोजन का हाइड्रोक्रैकर यूनिटें में उपयोग किया जाता है। एक अन्य उप उत्पाूद है, एलपीजी।

मेरॉक्स( प्रौद्योगिकी यूओपी, यूएसए):

 

एलपीजी मेरॉक्सो यूनिट, एलपीजी में गंधक का अंश घटाती है।केरोसीन मेरॉक्सन यूनिट में मर्केप्टान का डीसल्फाजईड में रूपांतरण किया जाता है।

हाइड्रोजन (प्रौद्योगिकी केटीआई, हॉलैंड / हाल्डर टोप्सेस, डेन्मानर्क):

 

हाइड्रोजन संयंत्रों में नैफ़्ता के भाप में सुधार करते हुए हाइड्रोजन का उत्पािदन किया जाता है। यूओपी दाब स्विंग अधिशोषण (पीएसए) यूनिट के जरिए 99.9 प्रतिशत हाइड्रोजन शुद्धता हासिल की जाती है। संयंत्र की डिज़ाइन क्षमता है, हाइड्रोजन का 70केटीपीए(97,293NM3/घंटा)। इसमें पूर्व सुधारक होता है और इसे भी फ़ीड स्टॉकक के रूप में प्राकृतिक गैस के लिए बनाया गया है। अधिक शुद्ध हाइड्रोजन का उत्पाीदन करने के लिए यूओपी दाब स्विंग अधिशोषण किया जाता है। रीफॉर्मर में कुल मिलाकर पार्श्वन प्रज्वतलन के साथ 360 बर्नर हैं। हाइड्रोजन संयंत्र के अंदर संस्थासपित एक अलग रिफाइनरी बहिर्गैस पीएसए में डीएचडीटी और सीएचटी यूनिट से निकलने वाले बहिर्गैस का उपचार किया जाता है जो हाइड्रोजन और ईंधन गैस रिकवर करती हैं। ईंधन गैस का रिफाइनरी ईंधन गैस हेडर में निर्यात किया जाता है।

बिटूमेन (प्रौद्योगिकी मेसर्स पोर्नर, ऑस्ट्रिया):

 

इस यूनिट में विभिन्न श्रेणी के एस्फ़ॉसल्टच का उत्पािदन करने के लिए मेसर्स पोर्नर, ऑस्ट्रिया द्वारा निर्दिष्टि अधिक दक्ष बिटरॉक्स प्रक्रिया अपनाई जाती है।

डीसीयू (डीलेड कोकर यूनिट):

 

इसे प्रति प्रवाह निर्वात आसवन यूनिट के निर्वात अवशिष्टक का प्रसंस्कनरण करने के लिए बनाया गया है। मेसर्स लुम्मीस टेक्नॉतलजी से लाइसेंस प्राप्तर इस प्रक्रिया में तापीय दृष्टि से भंजन करते हुए अधिक प्रभाज का अधिक कीमती आसुत उत्पाेदों और प्रीमियम श्रेणी के कोक में उन्नमतीकरण किया जाता है।

पीएफसीसीयू (पेट्रोकेमिकल तरलीकृत उत्प्रेोरकी भंजन यूनिट और पॉलिमर श्रेणी का प्रॉपीलीन रिकवरी यूनिट) ( टेक्कतनिप स्टो न एण्ड वेबस्टंर, यूएसए की प्रौद्योगिकी):

 

पीएफसीसी यूनिट, हाइड्रोक्रैकर यूनिट से निकले अरूपांतरित तेल का, स्ट्रेरट रन्न कम गंधक युक्तर निर्वात गैस तेल, जलोपचारित भारी कोकर गैस तेल का प्रसंस्क रण करते हुए इनका मूल्यन वर्धित उत्पांदों जैसे प्रॉपीलीन, एलपीजी और गैसोलीन में रूपांतरण करती है।

सीएचटीयू (कोकर भारी गैस तेल जलोपचारक यूनिट ) (प्रौद्योगिकी : मेसर्स यूओपी, यूएसए):

 

कोकर भारी गैस तेल जलोपचारक यूनिट में डीलेड कोकर यूनिट से उत्प्न्नय कोकर भारी गैस तेल का प्रसंस्कसरण किया जाता है।

पीपी यूनिट (पॉलीप्रॉपीलीन यूनिट) ( प्रौद्योगिकी : मेसर्स लुम्म स नोवोलीन टेक्नॉसलजी, जर्मनी):

 

मैंगपोल के ब्रांड नाम के अधीन बेचे जाने वाले पॉलीप्रॉपीलीन का विनिर्माण मेसर्स लुम्मीस नोवोलीन टेक्नॉललजी, जर्मनी से लाइसेंस प्राप्ते प्रौद्योगिकी के सहारे किया जाता है।

डीएचडीटीयू (डीज़ल जलीय अवसल्फ्यू रीकरण यूनिट) (प्रौद्योगिकी मेसर्स एक्सेिन्सा, फ्रांस):

 

इसे, स्ट्रेणट रन्नक और भंजित फ़ीड स्टॉलक का प्रसंस्क रण करने के लिए बनाया गया है। इसमें अधिक सीटेन संख्याा के साथ बीएस VI श्रेणी के डीज़ल का उत्पाेदन करने की क्षमता है। साथ ही इसे, फ़ीड के रूप में नैफ़्ता और केरोसीन का प्रसंस्कबरण करने के लिए बनाया गया है. केरोसीन और नैफ़्ता को भी उत्पाीदों के रूप में निकाला जाता है।

एसआरयू (गंधक रिकवरी यूनिट) (प्रौद्योगिकी : मेसर्स केटीआई, इटली / मेसर्स सिरिटेकनेगी, इटली और इआईएल, भारत):

 

इसमें गंधक की रिकवरी बढ़ाने के लिए समर्पित (टीजीटी) पुच्छ उपचारक खंड के साथ छह ट्रेन हैं।

पाइपलाइन

एमआरपीएल के तटवर्ती इलाके में पेट्रोलियम की आवाजाही की देखभाल, नव मंगलूर बंदरगाह ट्रस्ट के जरिए की जाती है। रिफाइनरी से बंदरगाह तक बिछाई गईं लाइनों के जरिए क्रूड और उत्पादों का परिवहन किया जाता है। इसके अलावा, एमआरपीएल, सिंगल पाइंट मूरिंग तंत्र चलाता है जिसका नाम है मंगला-1, जो मंगलूर के तटवर्ती इलाके से करीब 17 किलोमीटर की दूरी पर है। 32M के ड्राफ्ट के साथ मंगला-1 में 300,000T के कार्गो का वहन करने वाले पूरी तरह से लादे गए बहुत बड़े क्रूड वाहकों ( विएलसीसी) को संभाला जा सकेगा।

परिवहन, स्थाएन खाली करने की लागत कम करने की दृष्टि से मंगलूर और बेंगलूरू के बीच मैदान में पाइपलाइन बिछाना अनिवार्य हो गया। तदनुसार परियोजना को अंजाम देने और मैदान में पाइपलाइन बिछना की खातिर पेट्रोनेट एमएचबी लिमिटेड की स्थापना की गई। इस पाइपलाइन में ओएनजीसी का 23% इक्विटी धारण है। करीब 363 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन, रिफाइनरी से शुरु होती है जिसके जरिए बेंगलूरू के पास देवंगोंत्री में उत्पाद सुपुर्द किए जाते हैं जब कि इसके बीच में उत्पाद प्राप्त करने के लिए हासन में एक केंद्र और हासन एवं नेरिया में दो मध्य वर्ती पंपिंग केंद्र हैं।

मंगलूर बेंगलूरू पाइपलाइन के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।

अन्य समर्थक सुविधाएं:

  • तेल जेट्टी में, क्रूड तेल प्राप्त किया जाता है जब कि समुद्री टैंकरों के सहारे पेट्रोलियम उत्पादों का प्रेषण किया जाता है।
  • कच्चा जल लाइन, नेत्रावती नदी से 43 कि.मी लंबी है।
  • सुसज्जित प्रयोगशाला।
  • विस्फोिट-सह केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष।
  • सभी प्रक्रिया यूनिटों और ऑफ साइटों के लिए डीसीएस आधारित नियंत्रण कक्ष।
  • 7 हॉर्टन गोलकों और 6 बुलेट टैंकों सहित 137 संग्रहण टैंक।